सभी लोग कोविड-19 नियमों का करें पालन,संभावित लहर से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी : विक्रम सिंह

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  • मॉक ड्रिल के तहत सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को तैयारियों की रिपोर्ट देने के लिए 72 कॉलम का प्रोफार्मा सौंपा
  • पिछली कोविड लहर से पहले जिला में मात्र दो ऑक्सीजन प्लांट थे, अब 24 प्लांट कर रहे हैं 92.46 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन
  • सभी जिला वासियों से कोविड-19 की बूस्टर डोज लेने की अपील, 12 से 15 व 15 से 17 साल के बच्चों से प्रीकॉशन डोज भी लगवाने को कहा
    फरीदाबाद (नेशनल प्रहरी/ रघुबीर सिंह)। उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि कोविड-19 की किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। वर्तमान में कोविड-19 की तैयारियों से निपटने के लिए हमारे पास सभी संसाधन उपलब्ध हैं लेकिन इसके बावजूद जिला के प्रत्येक नागरिक को एहतियात बरतने व कोविड-19 नियमों का अधिक से अधिक पालन करने की जरूरत है। उपायुक्त विक्रम सोमवार को अपने कार्यालय में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कोविड-19 की तैयारियों को लेकर समीक्षा मीटिंग आयोजित कर रहे थे।
    उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि हमें किसी भी संभावित लहर को पूरी तरह से गंभीरता से साथ लेना है। उन्होंने सीएमओ डॉ.विनय गुप्ता को निर्देश दिए कि प्रत्येक सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में सभी सुविधाओं की पुनः समीक्षा की जाए और अगर कहीं भी कोई कमी दिखाई देती है तो तुरंत पूरा करें। उन्होंने कहा कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें और कोविड-19 के नियमों का पालन करने के लिए कहें। उन्होंने कहा कि अभी तक जिला में बूस्टर डोज मात्र 25 प्रतिशत लोगों ने ली है और 12 से 15 व 15 से 17 वर्ष के बच्चों को प्रिकॉशन डोज मात्र 28 प्रतिशत ली है। उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वह स्कूलों में सभी बच्चों को इसके लिए जागरूक करें। उन्होंने बताया कि जिला के सभी 45 सरकारी अस्पतालों, पीएचसी, सीएचसी व स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध है।
    मॉक ड्रिल में किन-किन सुविधाओं का होगा आकलन:
  • बैड क्षमता : प्रत्येक अस्पताल में बेड की क्षमता कितनी है। इनमें साधारण और ऑक्सीजन बेड की क्या स्थिति है।
  • मानव संसाधन : किस अस्पताल में कितना स्टाफ है और कोविड-19 के इलाज को लेकर उनमें से कितना ट्रेंड है।
  • टेस्टिंग क्षमता : जिला के किस अस्पताल के पास कोविड-19 व अन्य बीमारियों की टेस्टिंग की कितनी सुविधा व क्षमता है।
  • दवाएं : कोविड-19 की कोई स्थिति अगर आती है तो अस्पतालों में वर्तमान में दवाओं की क्या स्थिति है। बुखार व कोविड-19 से निपटने वाली दवाओं की स्थिति क्या है?
  • वेंटिलेटर:- कोविड-19 की पिछली लहर में वेंटिलेटर की काफी जरूरत पड़ी थी ऐसे में वर्तमान में किस-अस्पताल में वेंटिलेटर की क्या स्थिति है?
  • पीपीई किट व मास्क : जिला के अस्पतालों में पीपीई किट व मास्क की क्या स्थिति है?
  • ऑक्सीजन प्लांट व स्थिति: मॉक ड्रिल के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन की स्थिति, प्लांटों की क्षमता, सिलेंडर की क्षमता, लिक्विडिटी मेडिकल ऑक्सीजन, स्टोरेज क्षमता व किस कंपनी से गैस खरीद रहें हैं।
  • टेलीमेडिसिन: जिला फरीदाबाद में फिलहाल कोविड मरीजों को ऑनलाइन टेलीमेडिसिन की क्या स्थिति है?
    जिला में वर्तमान में 92.46 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता: उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि जिला में पिछली कोविड-19 लहर के दौरान सबसे ज्यादा जरूरत 50 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ी थी। उस समय जिला में मात्र दो ऑक्सीजन प्लांट थे। उन्होंने बताया कि अब जिला में 24 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट हैं जिनमें 10 सरकारी व 14 प्राईवेट अस्पतालों में हैं। उन्होंने बताया कि इन प्लांटों की अब प्रतिदिन उत्पादन क्षमता 92.40 मीट्रिक टन है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की संख्या 1049 हैं। डी टाइन सिलेंडर 25109, बी टाईप सिलेंडर 1813 और ए टाईप सिलेंडर 277 हैं। जिला में लिक्विडिटी मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की स्टोरेज क्षमता 43.6 मीट्रिक टन है।
    घबराएं नहीं, एहतियात रखें, पिछले 15 दिन में कोविड-19 का मात्र एक केस आया: उपायुक्त विक्रम सिंह ने जिला के लोगों से अपील करते हुए कहा कि जिला के लोगों को घबराने नहीं बल्कि एहतियात रखने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि जिला में पिछले 15 दिनों में कोई भी कोविड-19 का केस सामने नहीं आया है। रविवार को मात्र एक केस आया और सोमवार को फिर से जीरो केस था। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्ति सामाजिक दूरी के साथ मास्क का प्रयोग अवश्य करें। इसके अलावा लक्षण दिखने पर अपनी जांच अवश्य करवाएं। उन्होंने कहा कि कोविड की जांच व टीकाकरण की सुविधा सभी 45 सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है।
    जिला फरीदाबाद में कोवि-19 से निपटने के लिए वर्तमान में क्या है स्थिति:
  • जिला में बेड की कुल संख्या : सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या-3739, निजी अस्पतालों में बेड 2511
  • ऑक्सीजन सहित बेड : सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या 2380, निजी अस्पतालों में 1460
  • आईसीयू सहित ऑक्सीजन बेड (बड़ों के लिए) : सरकारी अस्पतालों में 2020, निजी अस्पतालों में 1160
  • आईसीयू सहित ऑक्सीजन बेड (बच्चों के लिए) : सरकारी में 360 व निजी में 300
  • बगैर ऑक्सीजन स्पोर्ट के बेड : सरकारी में 454 व निजी अस्पतालों में 294
  • कुल आईसीयू बेड : सरकारी में 905 निजी अस्पतालों में 757
  • आईसीयू बेड वेंटिलेटर सहित : सरकारी में 301 व प्राइवेट में 195
  • आईसीयू बेड वेंटिलेटर के बगैर : सरकारी में 604 व निजी अस्पतालों में 562
  • बड़ों के लिए आईसीयू बेड : सरकारी अस्पतालों में 574 व निजी अस्पतालों में 491
  • बड़ों के लिए आईसीयू बेड : सरकारी में 331 व प्राइवेट में 266
  • बच्चों के लिए वेंटिलेटर सहित आईसीयू बेड : सरकारी में 100 व निजी अस्पतालों में 62